👉कई बार आपके साथ भी ऐसा हुआ
होगा कि आधी रात में नींद खुली होगी और लगा होगा कि जैसे कोई आपके पास बैठा था... या अभी तुरंत आपको किसी ने जगाया था। क्या आपने कभी समय देखा है, कहीं तब सुबह के 3 तो नहीं बजे थे?
👉सुबह का समय पवित्र माना जाता है, विशेषकर सुबह 3 से 5 बजे का समय ब्रह्ममुहूर्त में आता है। इसलिए प्रार्थना या पूजा के लिए इस समय को विशेष स्थान दिया गया है। माना जाता है कि इस समय की गई पूजा कभी असफल नहीं होती। लेकिन इसके उलट पूरी दुनिया में सुबह 3 से 4 का समय शैतानी शक्तियों का अपने चरम पर होना भी माना गया है।
24 घंटे के दिन में यह वह वक्त होता है जो ब्रह्ममुहूर्त और आधी रात दोनों में ही आता है। सात्विक नियमों का पालन करने वाले जहां इस समय के साथ ही जागते हैं, वहीं आम जीवनशैली में लोग इस वक्त सो रहे होते हैं।
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